बॉट्स और चैटबॉट कैसे बदल देंगे आपके कामकाज और जीवन

सोशल मीडिया में हर दिन एक नई तकनीक हमारे सामने आ रही है इसलिए यह जरूरी हो गया है कि पुरानी तकनीक के साथ नई तकनीक से भी खुद को अवगत कराते रहें । वेबसाइट्स, फेसबुक, ट्विटर, और फिर ऐप्स आ गए। अब बॉट्स ने भी सोशल मीडिया में अपने पैर जमाने शुरू कर दिए हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि कृत्रिम बुद्धि द्वारा संचालित यह बॉट्स हमारे दैनिक जीवन का अभिन्न अंग होंगे।

बॉट्स या चैटबॉट किसे कहते है?

बॉट्स तकनीकी दुनिया की एक नई खोज है जो आपको कंप्यूटर पर अपने तरीके से काम करने की सुविधा देती है बॉट एक प्रकार का सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन है जिसे इंटरनेट पर विभिन्न प्रकार के स्वचालित कार्यों (स्क्रिप्ट) को चलाने के लिए बनाया गया है। इसे इंटरनेट बॉट् या वेब रोबोट भी कहा जाता है। ये ऐसे रोबोट हैं जिनकी कोई शारीरिक संरचना नहीं होती है। बॉट्स वास्तव में मेसेज का जवाब देने वाला खास प्रोग्राम है। चैट बॉट एक वार्तालाप इंटरफेस है जो कि अभिव्यक्ति या संदेशों के माध्यम से इंसानों को कंप्यूटर प्रोग्रामों के साथ संवाद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की क्षमताओं को शामिल किया गया है। यह एक आभासी साथी के रूप में वेबसाइट, कंप्यूटर एप्लिकेशन या त्वरित संदेशवाहकों में एकीकृत होता है और उद्यमियों को ग्राहकों के करीब लाने में मदद करता है। इस तरह चैटबॉट उपयोगकर्ताओं के साथ संचार की एक स्वचालित प्रणाली है। चैटबॉट, विभिन्न चैनलों के माध्यम से आपसे बात कर सकता है; जैसे कि फेसबुक मैसेंजर, सिरी, वीचैट, स्लैक, स्काइप और कई अन्य कई बड़ी व्यापारिक संस्थाएं जैसे कि यूनीसेफ, उबर, सीएनएन, नाइक, क्वार्ट्ज आदि अपने कार्यों को सुचारू रूप से चलाने के लिए चैटबॉट का उपयोग कर रही हैं।

चैटबॉट के प्रकार

चैटबॉट के दो प्रकार होते हैं। पहला ऑडियो आधारित जैसे कि सिरी, एलेक्सा और कॉर्टाना और दूसरा संदेशों पर आधारित जैसे कि स्लैक या फेसबुक मेसेंजर । इन विशिष्ट बॉट्स को कार्य करने के आधार पर, इसे दो बड़े समूहों में विभाजित कर सकते हैं: पूर्व तैयार आदेशों के आधार पर कार्य करने वाले सरल चैटबॉट और प्रशिक्षित या स्मार्ट या उन्नत चैटबॉट सरल चैटबॉट ये चैटबॉट पूर्व-लिखित कीवर्ड और नियमों – के आधार पर काम करते हैं, जो कि कंप्यूटर में पहले से ही डेवलपर द्वारा प्रत्येक कीवर्ड को नियमित अभिव्यक्तियों या स्ट्रिंग विश्लेषण के अन्य रूपों का उपयोग करके स्टोर कर दिया जाता है। यदि उपयोगकर्ता ने किसी ऐसे कीवर्ड का उपयोग किया जो उसके पास नहीं हैं, तो चैटबॉट इसे समझ नहीं पाता है और, एक नियम के रूप में, “माफ करना, मुझे समझ में नहीं आया” जैसे संदेशों के साथ उत्तर देता है।

स्मार्ट चैटबॉट जब स्मार्ट चैटबॉट उपयोगकर्ताओं के – साथ संवाद करते हैं तो ये कृत्रिम बुद्धि (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) का उपयोग करते हैं। पूर्व तैयार उत्तरों के बजाय, चैटबॉट पूछे गए विषय पर पर्याप्त सुझावों के साथ जवाब देता है। इसके अतिरिक्त, ग्राहकों द्वारा कहे गये सभी शब्दों को अपनी मेमोरी में दर्ज कर लेता है। यदि कभी उसी ग्राहक से पुनः बात होती है तो वह पूर्व में हुई बातचीत के डाटा को भी आधार बना लेता है। कोई व्यक्ति अपना प्रश्न टाइप कर या बोल कर पूछ सकता है और चैटबॉट सही जानकारी के साथ जवाब देता है। हालांकि, सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कृत्रिम बुद्धि एक जादू नहीं है और अभी तक उपयोगकर्ताओं के लिए यह अद्भुत अनुभव पैदा करने के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं है। इस पर और अधिक कार्य करने की आवश्यकता है।

बॉट्स कैसे बनते हैं?

बॉट्स वैसे ही बनते हैं जैसे कि वेबसाइट्स और ऐप्स कोई भी सॉफ्टवेयर प्रोग्रामर इसे उपयोगकर्ता की जरूरत के हिसाब से डिजाइन कर सकता है। बॉट्स को बनाने में तकनीकी जानकारी की जरूरत होती है लेकिन कुछ कंपनियों ने ऐसे प्लैटफॉर्म बना दिए हैं, जिन पर आसानी से कोडिंग करके जरूरत के हिसाब से बॉट्स बनाए जा सकते हैं। फिलहाल फेसबुक, गुपशुप, कीक और स्लैक जैसी कई कंपनियां बॉट बनाने के लिए प्लैटफॉर्म उपलब्ध करवा रही हैं। ये प्लैटफॉर्म और कुछ नहीं, सॉफ्टवेयर कोडिंग का एक सेट लेआउट होता है। इसमें जरूरत के अनुसार, प्रोग्रामर बदलाव करके अपने हिसाब से कस्टमाइज्ड कर बॉट्स बना सकते है.

चैटबॉट की उपयोगिता

ये चैटबॉट कई कार्य करते हैं और विभिन्न कार्यों के लिए अलग-अलग वॉट्स बने होते हैं जैसे कि स्वास्थ्य सलाह देने के लिए स्वास्थ्य वॉट्स, मौसम अपडेट के लिए वेदर बॉट्स, शॉपिंग के लिए शॉपिंग बॉट्स, सलाह देने के लिए एडवाइज़री बॉट्स आदि। हर चुनौती का हल बॉट्स में छुपा है। उदाहरण के तौर पर चैटबॉट से बातें करते हुए अगर भूख लगे तो आप पिज्जा के बॉट पर जाकर अपने ऑर्डर से जुड़े सवाल पूछ सकते हैं संतुष्ट होने के बाद आप जिस नतीजे पर पहुंचेंगे, बोट आपके आर्डर को पोस्ट करने के लिए एक लिंक बैट पर देगा। इस पर जाकर पेमेंट आदि किया जा सकेगा। इसी तरह ऊबर ऐप पर जाकर टैक्सी बुक करने से बेहतर है अपने मेसेजिंग ऐप के अंदर ही बाद पर जाकर टैक्सी बुक करें न ऐप पर जाने का झंझट और न चार बार क्लिक करने की टेंशन यदि किसी ग्राहक को किसी उत्पाद के साथ कोई समस्या है, तो वह स्थिति को समझने के लिए चैटवॉट से कनेक्ट होकर उस जानकारी की बैटबॉट से साझा कर सकता है और बेटवाट उत्पाद को ठीक करने की सिफारिश आगे प्रदान करने का भी कार्य कर देता है।

फेसबुक पर लोग मीम बनाना बहुत पसंद करते हैं। उसकी खूबी है कि वी किसी की बात को बहुत सटीक तरीके से बताता है। अगर चंद मिनटों में नीम बनाना है और अपने दोस्तों के लिए शेयर करना है तो मीम जनरेटर चाँद का इस्तेमाल कर सकते हैं। दिन भर की खबरों के लिए फेसबुक का न्यूज बॉट है। अगर स्वास्थ्य से जुड़ा कोई भी सवाल है जो आपको तुरंत जानना है तो उसके लिए हेल्थ टेप नाम का बॉट आपका सहारा बन सकता है। यहां पर मिलने वाली सभी जानकारी डॉक्टरों द्वारा दी गई होती हैं ऐसी जानकारी को गूगल पर टूटने में इससे कहीं ज्यादा समय लगेगा लेकिन मैसेंजर पर काम मिनटों में से जाता है फेसबुक मैसेंजर के लिए सबसे अच्छा चैटवॉट पोंची है। यह आपको चुटकुले या मजाकिया यादों के साथ व्यक्तिगत मौसम पूर्वानुमान भेजता है और इस प्रकार, एक सुस्त मौसम रिपोटिंग सेवा की तुलना में वह मौसम विज्ञानी मित्र की तरह दिखता है।

बॉट घर की सफाई, बागीचे का घास काटने जैसे कई व्यक्तिगत कार्य भी करेंगे। आने वाले दिनों में सब कुछ इंटरनेट से जुड़ जायगा जिसे इंटरनेट ऑफ थिंग्स कहते हैं। इन बॉट्स के पीछे कृत्रिम बुद्धि अर्थात् आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (ए.आई.) कार्य करती है, जो इन्हें समझदार और बुद्धिमान बनाती है। ए.आई. के माध्यम से ही बॉट्स बातें करते हैं। अभी ये केवल अंग्रेजी में ही बातें कर सकते हैं। यदि आप इन चॉट्स से सुबह उठाने के लिए कहेगें तो यह आपसे कितने बजे का अनाम लगाना है पूछ कर अलार्म सेट कर देंगे और उस समय पर उठा भी देंगे यह चुटकले सुनाने से लेकर किसी भी तरह की जानकारी उपलब्ध करा देते हैं। इस तरह से न आपको वेबसाइट खोलने की जरूरत होगी और न गूगल पर जाकर कुछ ढूंढने की।

बॉट्स सर्विस का पता कैसे करें

इस सर्विस को एक्टिवेट करना काफी आसान है। आप फेसबुक मैसेंजर पर लाइवरेट (Lybrate) नाम के चैट बॉट को एक्टिवेट कर सकते हैं, जो स्वास्थ्य से जुड़े प्रश्नों के उत्तर देता है। इसे एक्टिव करने के लिए फेसबुक अकाउंट खोलकर ऊपर एडस बार में lybrate जोड़ है जैसे कि (https://www.facebook.com/lybrate) या अपने मैसेंजर में लाइबरेट टाइप करें। ऐसा करने से साइवरेट को चैट में जुड़ने का ऑप्शन आ जाएगा। इसे ऐड करते ही यह आपके सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हो जाएगा। यदि आप मैसेंजर में बॉट (Bot) टाइप करेंगे तो भी बहुत खारे बाँट के आप्शन मिलेंगे।

इसके अतिरिक्त नॉट (http:// brainbot.botlibre.com/ ), एलिस बाट (http:// alice botlibre.com) से भी बातें कर सकते हैं। इन बॉट की सूची बड़ी लंबी है।
इस तरह आपने चैटवॉट के बारे में जाना जभी इन बैटवॉट पर और शोधकार्य जारी है। इन्हें मानव की तरह सभी प्रश्नों को खुद-ब-खुद समझ कर जवाब देने जैसी क्षमता विकसित में अभी वक्त लगेगा। हो सकता है ये इनमें पारंगत हो जाए और इनमें कुछ नया जुड़ जाए जो कि हमारे लिए और भी लाभकारी हो पर इतना ध्यान रहे कि किसी पर भी निर्भरता अच्छी नहीं हैं।

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